साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई दैनिक लेखन क्रमांक :- 8
साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
दैनिक लेखन क्रमांक :- 8
दिनांक :- 02/11/2020
दिवस :- सोमवार
विषय :- बेटा
विधा :- स्वैच्छिक
विषय प्रदाता :- आ. कलावती कर्वा जी
विषय प्रवर्तक :- आ. मनोज कुमार पुरोहित जी
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#सोमवार (02-11-2020)
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बेटा नाम अपने आप में एक उत्कृष्टता का परिचायक है । वंश को सजाने संवारने का काम जहाँ बेटी का है तो वंश को अग्रगति बेटा ही दे सकता है। बेटी की महानता की कोई तुलना ही नहीं हो सकती, मगर जब बेटे की बात आती है तो माँ-बाप की आँखों में हजारों सपने पलने लगते हैं। बेटा कुल का नाम रोशन करेगा। बेटा श्रवण कुमार के जैसा होगा। मगर जब बेटा। कंश के जैसा हो तो बड़ी तकलीफ होती है। आदर्श बेटे में क्या गुण होने चाहिए, बेटे से माँ बाप को क्या और कितनी उम्मीदें रखनी चाहिए, बेटा कपूत हो तो माँ बाप की क्या दशा होती है आदि पर आपको सृजन करना है।विषय स्वेच्छिक है, अर्थात आप किसी भी विधा में कर सकते हैं।
बेटा वंश चिराग है, ज्योत सुता को मान।
ज्योत जले रोशन करे, होता दीप महान।।
आपका अपना
मनोज कुमार पुरोहित
अलीपुरद्वार, पश्चिम बंगाल
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